Posts

Showing posts with the label 2

वाह रे जमाने तु कैसा खेल, खेल रहा है .

वाह रे जमाने तु कैसा खेल खेल रहा हैं ।  आज का पत्ति अपनी बीवी को छोड़ कर ,  दूसरी औरतों से इश्क़ लड़ा रहा है ।।  वाह रे जमाने तु कैसा खेलों, खेल रहा हैं , बाप बेटा आज एक साथ बैठ कर दारु पी रहे हैं,  और कहीं तो एक साथ इश्क़ की बाते कर रहे है,   वाह रे जमाने तु कैसा खेल खेल रहा हैं । ।   इश्क़ के नाम पे इंसान को जानवर बना रहा हैं।   एक लड़का घुमा रहा है दस दस लड़कियों को और उसे मोहब्बत का नाम् दिया जा रहा है ।  वाह रे जमाने तु कैसा खेल, खेल रहा हैं ।।  मैं ये सब देख कर शर्मिंदा हुए जा रहा हु ,   यहाँ तो दस दस बर्ष की लड़कियों को इश्क़ , प्यार हुए जा रहा है।   वाह रे जमाने तु कैसा खेल खेल रहा हैं ।।   सोशल मीडिया पे हर कोई ज्ञान दिए जा रहा है ,  हकीकत में वो अपने संस्कार भूलते जा रहा है । वाह रे जमाने तु कैसा खेल ,खेल रहा है ।।  हकीकत में जो सच्चा प्यार और इज्जत दिये जारहा है   उसको धोखा और जलील किया जा रहा है ।  सब सच को छोड़ के झूठ को अपनाएं जा रहे है ,  वाह रे जमाने तु कैस...

शायरी 2

 मेरे हुनर को किसी शख़्स ने आईना दिखा दिया..........  मुझे था पढ़ने का शोक,,,,,  उसने तो लिखना सिखा दिया!!  मुँह पर कुछ और पीठ पीछे बदलती बात देखी हैं,,,  एक एक कर के मैंने सबकी औकात देखी हैं...!!  शायद मैं इसलिए पीछे हूँ,,,  क्योंकि मुझे होशियारी नही आती,,,,  वेशक् लोग न समझे मेरी वाफ़हदारी,,  मगर मुझे गरदारी नही आती..,..!!  अब वो मुझसे मिलने की फर्याद नही करती,,  आजकल वो मुझसे बात नही करती और,,,  मुझे हिचकियाँ नहीं आती हैं मेरे,,,,,,  दोस्त, लगता हैं वो मुझे याद नहीं करती...!!  सारी दुनिया की बाते ठुकरा कर,,,,  तुझे अपना बनाया था.......  लेकिन तु भी बही निकली,,,  जो दुनिया ने बताया था....!!  दिलों में रहना सीखो,,,,,  गरूर में तो हर कोई रहता हैं......  मुँह पे कहना सीखो,,,,,,  पीठ पीछे तो हर कोई बकता हैं.....!!  चूप रहोगे तो बात कौन करेगा,,,,,  हम न रहे तुम्हे याद कौन करेगा.. .  माना कि हम इतने अच्छे नहीं हैं कि कोई हमें याद करे,,,,,  पर हमारे मरजाने के बाद कौन त...